बुधवार, 19 जून 2013

ज्योतिष और जीवन


           ज्योतिष - सिर्फ साढे तीन अक्षरों से निर्मित यह शब्द वास्तव में समस्त ब्रह्मांड के तीनों लोकों का सार अपने में समाए हुए है । शिशु जन्म ले तो उसके परिजन उसका जीवन किस दिशा में व्यवस्थित विकास पा सकेगा  यह जानने के लिये सर्वप्रथम ज्योतिष ज्ञान का सहारा ही लेते हैं । युवा काल में व्यापार-विस्तार में कौनसा क्षेत्र अधिक यश व समृद्धि दिलवा सकता है इसका निर्धारण भी ज्योतिष के द्वारा ही किया और करवाया जाता है । वर्तमान समय में व्यापारिक क्षेत्र में शेअर, कमोडिटी यहाँ तक की सिर्फ शुभांक व्यवसाय जिनमें लाटरी व कहीं-कहीं सट्टेबाजी तक ऐसे स्वतंत्र क्षेत्र के रुप में विकसित हो चुके हैं जहाँ नित्य-प्रति हजारों करोड रुपयों का लेन-देन इन क्षेत्रों में नियमित चलते हम सभी देखते रहते हैं और यहाँ भी इन्सान का भाग्य उसे फर्श से अर्श तक पलक झपकते ले जाते देखा जा सकता है, यहाँ भी ज्योतिष का सही मार्गदर्शन मिल सके ऐसी चाहत इन क्षेत्रों से जुडे हर किसी व्यक्ति के मन में सर्वोपरी ही रहती है । व्यक्ति विवाह-बंधन में जब बंधता है तब भी सही जीवनसाथी के चुनाव हेतु ज्योतिष की मदद ही चाहता है और विवाह-पश्चात् जब अपना स्वतंत्र आशियाना बनाता है तो वहाँ भी अपने स्वयं के व अपने प्रिय परिजनों के जीवन में दुःख ना आवे और सुख-शांति पूर्वक उनके जीवन की विकास यात्रा चलती रह सके इसके लिये भी ज्योतिष और वास्तु की मदद ही लेना लगभग आवश्यक समझता है ।

          ज्योतिष के क्षेत्र में ज्ञान रखने वाले गुणी व्यक्तियों ने अपने इसी ज्ञान का उपयोग कर इन्सान के जीवन की ऐसी सभी आवश्यकताओं को सहजतापूर्वक सुलभ बनाने का निरन्तर कार्य किया है जो अस्तित्व में रहकर शुभ-अशुभ फल तो लगातार देती हैं किंतु आसानी से दिखाई नहीं देती । और यही कारण है कि जितना व्यक्ति के जीवन में  इसके ज्ञान का  फैलाव हो रहा है इसके जिज्ञासुओं में भी इसके सहयोग से अपने दैनंदिन की सभी अनदेखी समस्याओं का इसकी मदद से आसान समाधान तलाशे जाने के नित नये प्रयोग देखने में आते जा रहे हैं । 
 
          आज ज्योतिष क्षेत्र सिर्फ वास्तु और जन्म-पत्रिका तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह रेकी, टेरो कार्ड,  फेंग-शुई और ऐसे ही अनेकानेक स्वरुपों में हमारे जीवन-क्रम को अधिक सुधार के नित नये रास्ते भी उपलब्ध करवा रहा है ।

          इस ब्लाग के माध्यम से हम अपनी जानकारियों को तो आप तक पहुँचा सकने के अपने श्रेष्ठतम प्रयास अपने पाठकों के लिये करेंगे ही  इसीके साथ  इन क्षेत्रों से जुडे दूसरे जानकारों के ज्ञान को भी कभी उनकी  जानकारियों के रुप में तो कभी स्वयं उनके साक्षात्कार द्वारा आप तक पहुँचाने का प्रयास करते रहेंगे और हमें उम्मीद है कि एक जिज्ञासु पाठक के रुप में आपका सहयोग भी हमें निरन्तर मिलता रह सकेगा ।

धन्यवाद सहित...

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